श्रीमती जीवनलता पूर्वे | अंगिका साहित्यकार |
Shrimati Jeevan Lata Purve | Angika Litterateur
(श्रीमती ) जीवनलता पूर्वे
जन्म तिथि- 06.12.1934
जन्म स्थान - भागलपुर (बिहार)
शिक्शा - एम0ए0 (हिन्दी), बी0एड0
व्याख्याता - प्राथमिक ािश्क्शिका शिखा महाविद्यालय, भागलपुर से सेवा निवृत।
हायक् लिखने का प्रारम्भ: 1999 से (हायक भारती के हायकुओं से प्रेरित होकर)
प्रकाशित पुस्तकों की संख्याः छः पुस्तकें।
काव्य संग्रह का नाम: सीतायन (हिन्दी प्रबन्ध काव्य) प्रकाशन वर्श 1999
प्रकाशित हायक संग्रह का नाम: केकर चाँद, केन्हों चाँद (अंगिका हिन्दी) प्रकाशन वर्श 2002
अन्य प्रकाशित कृतियां:
1 नैहरा र ओलती ओरो ऐंगन (आत्मकथा) प्रकाशन वर्श 1997
2 तुलसी के काव्य में राम र रूप औरो स्वरूप (अंगिका आलोचना ) प्रकाशन वर्श 1997
3 देश (संपादित हिन्दी कविताएं) प्रकाशन वश 1997
4 अंगिका गद्य (संपादित गद्य संग्रह) प्रकाशन वर्श 2000
सम्मान एवं पुरस्कार: 1. महिला साहित्यकारश्री (हिन्दी पत्रकारिता के
लिए सम्मान) समय साहित्य सम्मेलन, पुरसिया, बांका 1993
2. अनूपलाल मंडल कुलश्री (कथा साहित्य के लिए) कामायनी, भागलपुर 1998
स्थायी पता ः जीवनलता पूर्व
द्वारा /आभा पूर्वे
शरतचंद पथ, मशाकचक, भागलपुर 812001 बिहार (भारत)
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.