डॉ0 अभयकान्त चौधरी
जन्मस्तथान ः ग्राम डहुआ, पो. बौंसी, जिला-बांका
जन्म तिथि ः 30 अगस्त 1923 ई0
पिता का नाम: पं. शिवशकर चौधरी
शिक्षा- एम.ए. (इतिहास एवं संस्कृत), बी.एड, बी.एल. संस्कृताचार्य, पी.एच.डी.
1983 ई. में भागलपुर विश्वविद्यालय से रीडर के पद से सेवा निवृत ।
प्रकाशित पुस्तकें - हिन्दी में (1) मंदार परिचय (1956 ई0) (2) मेरा गांव (3) सुलतानगंज की संस्कृति (1959) (4) पूथी पुस्तक (गांव सम्बन्ध्ी पी.एच.डी. थेसिस) 1971 ई0 कीलकत्ता से प्रकाशित। इसके अलावे सेक्ड़ों शोध निबंध्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित । अंगिका में भी दर्जनों निबंध्न अंग माधुरी एवं अन्य अंगिका पत्रिका में प्रकाशित। आकाशवाणी भागलपुर से अनेकों आलेख प्रसारित ।
अंगिका में प्रकाशित पुस्तकें-1 अंिगका लोकोकित 1973 ई. 2. हमरऽ जीवन के हिलकोर 1995 3. भोरकऽ प्याली (कविता) 1997 4. लघुकथा आरो निबंध् 1997 ई0 डॉ. चकोर के साथ लिखित एंव सम्पादित पुस्तकें......
8. अंगिका साहित्य का इतिहास 1977 ई0. (ख) हऽर आरो गाड़ी 1978 ई0 (ग) अंगिका काव्य में रसव्यंजना 1978 ई0 (घ) सलेस भगत (अंगिका गाथा काव्य) 1980 ई0 (ड.) अंगिका मं अलंकार 1981 ई., (च) अंगिका लोक गीतों का सांस्कृतिक अध्ययन 1984 ई., (छ) अंगिका साहित्य का इतिहास: द्वितीयांश 1985 ई0 (ज) अंगिका लोकोकित संग्रह 1991 ई.
संगठनात्मक कार्य: पुस्तकालय आन्दोलन से जुडे रहना (भागलपुर जिला पुस्तकालय संघ के भूतपूर्व उपाध्यक्ष) हिन्दी अंगिका के कई सगठनों के पदाधिकारी
रूचि-हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी, अंगिका, मैथिली में लेखन, पठन-पाठन एवं संगठन कार्य । ‘अंगिका शब्दकोश’ शीर्षक से डॉ0 चौधरी और चकोरजी द्वारा तैयार किया गया अं गिका शब्दकोश का कुछ अंग (हिन्दी) अर्थ सहित) अंग माधुरी 1975 से जनवरी-फरवरी 1979 ई0 तक के अंकों में छपा है।
नोटः हिन्दी और अंगिका में जितना शोधपूर्ण निबंध डॉ0 अभयकान्त चौधरी जी ने लिखा है उतना शायद ही किन्ही अंगिका साहित्यकार ने लिखा है अगर पारिवारिक उल्झन न होता और स्वास्थ्य अनुकूल होता तो अभी तक बहुत सारे साहित्यिक कार्य श्रद्धेय चौधरीजी के द्वारा सम्पन्न हो पाता .......... चकोर ।
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